आने वाले 1 फरवरी को संसद में देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट(2022 -2023 ) पेश करने वाली है। ग़ौर करने वाली बात है कि इसी दिन आपके किचन के बजट पर भी प्रभाव पड़ने के आसार, क्योंकि आगामी1 फरवरी को ही एलपीजी सिलिंडर के नए रेट तय किये जायेंगे।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हम देखें तो कच्चे तेल का रेट 90 डॉलर प्रति बैरल हो चूका है। ऐसे में लाज़िम है कि हमारे देश में भी एलपीजी सिलेंडर के रेट में इजाफ़ा होने वाला है। लेकिन एक उम्मीद है कि देश में अभी 5 राज्यों में विधान सभा चुनाव होने को है तो शायद इस वजह से सरकार घरेलू एलपीजी सिलेंडर के उपभोक्ताओं को कुछ राहत भी दे सकती है।
चुनाव बाद लगेगा झटका ?
बीते साल के अक्टूबर से अब तक नॉन-सब्सिडी वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है। इसके साथ साथ देश में पेट्रोल-डीजल के रेट भी नहीं बढ़ रहे है। अगले हफ़्ते से देश में उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड समेत 5 राज्यों में विधान सभा चुनाव होने जा रहे है। 10 फरवरी से 7 मार्च तक वोटिंग है और रिजल्ट 10 मार्च को घोषित किये जायेंगे। ऐसे में बहुत बहुत कम संभावना है कि घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम इस बजट में बढ़ेंगे। लेकिन कामर्शियल सिलेंडर के भाव में कुछ बदलाव होने की आशंका है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल के दाम में लगी आग से होने वाले नुकसान की भरपाई मोदी सरकार इन 5 राज्यों में विधान सभा चुनाव के बाद कर सकती है। जानकारों के मुताबिक देश में विधान सभा चुनाव के बाद मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल के रेट में 5 रुपये तक की बढ़ोतरी कर सकती है और एलपीजी सिलेंडर पे 100 रुपये तक महंगा कर सकती है।
मालूम हो कि बीते सितंबर 2021 से जनवरी 2022 के बीच एलपीजी घरेलू सिलेंडर में मात्र 15 रुपये का इजाफ़ा देखने को मिला है। पिछली बार एक सितंबर 2021 को दिल्ली में गैर-सब्सिडी वाले 14.2 किलो वाला घरेलू एलपीजी सिलेंडर 884.50 रुपये का था, जिसके बाद 6 अक्टूबर को 15 रुपये बढ़कर 899.50 रुपये का हो गया था। इसके बाद 6 अक्टूबर से अभी तक इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है, हालांकि इस दौरान कच्चे तेल के दाम में काफी उछाल आ चुका है।