रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों की परीक्षा 2021 में बैठने वाले छात्रों ने सोमवार को 'गलत परीक्षा परिणाम' के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। बिहार सरकार के लाठी चार्ज के बाद छात्रों के समर्थन में उतरे राहुल- प्रियंका और अखिलेश।
कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्री अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ओर से आयोजित की जाने वाली परीक्षा की प्रक्रिया का विरोध कर रहे छात्रों को अपना अपना समर्थन दिया है। समर्थन करते हुए बुधवार को राहुल गाँधी ने कहा कि अधिकारों के लिए आवाज उठाने के लिए इस देश का हर एक नौजवान स्वतंत्र है। राहुल गाँधी ने बिहार में एक ट्रेन रोककर राष्ट्रगान गा रहे युवाओं का एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने को हर नौजवान स्वतंत्र है, जो भूल गए हैं, उन्हें याद दिला दो कि भारत में लोकतंत्र है, लोकतंत्र था, और लोकतंत्र रहेगा।’’
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी मंगलवार को बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि युवाओं के उत्पीड़न के खिलाफ देश भर में क्रांति होगी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का अहंकार बिखर जाएगा। प्रियंका गांधी की टिप्पणी बिहार पुलिस द्वारा रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों की परीक्षा 2021 के उम्मीदवारों के खिलाफ लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने के बाद आई है, जो सोमवार को "गलत परीक्षा परिणामों" के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
प्रियंका गांधी ने अपने एक ट्वीट में कहा कि "गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर, अपने अधिकारों के लिए बोलने वाले छात्रों के साथ 'डबल इंजन' सरकार की पुलिस का व्यवहार देखिये। युवाओं छात्रों के उत्पीड़न और भाजपा के अहंकार के खिलाफ देश भर में क्रांति होगी। बिखर जाएगा। युवाओं को रोजगार का अधिकार होगा। ”
मालूम हो कि रेलवे ने परीक्षा में हुई धांधली के आरोपों को लेकर जांच के लिए एक समिति बनाई है। रेलवे ने बताया है कि उम्मीदवार छात्र 16 फरवरी 2022 तक अपनी शिकायत इस समिति को प्रस्तुत कर सकते हैं।