सीआरपीएफ की कड़ी सुरक्षा के तहत लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी को तीन शिफ्टों में रोटेशनल आधार पर 35-40 कमांडो द्वारा पहरा दिया जाएगा और उनके काफिले में एक एस्कॉर्ट और पायलट वाहन को जोड़ा जायेगा।
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक टोल प्लाजा पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी की कार पर दो लोगों द्वारा फायरिंग किए जाने के एक दिन बाद, केंद्र सरकार ने उन्हें 'Z' श्रेणी, VIP-स्तर की सुरक्षा दी है। 'Z' श्रेणी की सुरक्षा मिलने के बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) हर वक़्त मौजूद होंगे असदुद्दीन ओवैसी के साथ।
गुरुवार की गोलीबारी की घटना के बाद खुफिया एजेंसियों ने ओवैसी की सुरक्षा की समीक्षा की, जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन्हें सुरक्षा देने का फैसला किया। 'जेड' श्रेणी के कवर के तहत, ओवैसी को 35-40 कमांडो द्वारा तीन शिफ्टों में सुरक्षा दी जयेगी। और उनके काफिले में एक एस्कॉर्ट और पायलट वाहन भी मौजूद रहेगा।
बीते गुरुवार को ओवैसी की कार में कई गोलियां लगीं लेकिन अच्छी बात ये रही की इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ। हमले के बाद पुलिस ने कहा कि उन्होंने एक शूटर को गिरफ्तार कर लिया है। मालूम हो कि लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी बीते गुरुवार शाम मेरठ जिले के किठौर विधानसभा क्षेत्र में अपनी पार्टी के उम्मीदवार के लिए घर-घर जाकर प्रचार कर दिल्ली लौट रहे थे, तभी उनकी कार पर हमला किया गया।
सीआरपीएफ, देश का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है और देश के 50 से भी ज़्यादा वीआईपी को सुरक्षित रखता है। जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, कांग्रेस नेता सोनिया और राहुल गांधी और पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह जैसे नेता शामिल हैं। व्यवसायी मुकेश अंबानी के पास भी सीआरपीएफ की सुरक्षा है, लेकिन वह इसके लिए भुगतान करते हैं।